अमेजन पर चीन के फेक KN95s मास्क को N-95 बताकर बेचा जा रहा, NIOSH मार्किंग से होती असली मास्क की पहचान

N95 मास्क को कोरोना से बचने के लिए जरूरी कहा जा रहा है। कुछ समय पहले तक भारत के मार्केट में इसकी भारी कमी थी लेकिन चीन और अमेरिका से आने वाले स्टॉक के बाद यह कमी दूर हो गई। लेकिन अब भी फेक मास्क की समस्या देखने को मिल रही है। दरअसल जब कस्टमर्स N95 को ऑनलाइन खासतौर से अमेजन से खरीदते हैं, तो उन्हें वेंडर्स फेक और खराब क्वालिटी का मेड इन चाइना KN95s मास्क दे देते हैं।
अमेजन पर सबसे ज्यादा बिकने वाले मास्क भी फेक
अमेजन पर और दूसरे रिटेल सेलर के जरिए मिलने वाले KN95s मास्क को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के हेल्थ केयर ने इस्तेमाल के लिए रिजेक्ट कर दिया था। इसमें खासतौर से चीन से आने मास्क KN95s शामिल हैं। इनमें बोनकेयर जैसे ब्रांड शामिल हैं, जो हर बार स्टैंडर टेस्टिंग में फेल हो रहे हैं। वहीं उटू (Yotu) जैसी कंपनी के मास्क यूरोपीय यूनियन की टेस्टिंग में भी फेल रहे हैं। साथ ही चेंगडे टेक्नोलॉजी का अमेजन टॉप सेलर मैन्युफैक्चरर चिसिप (ChiSip) को फेक बताया गया है।
फेक मास्क पर अमेजन की सफाई
अमेजन ने अपनी साइट पर बेचे जाने वाले स्पेसिफिक ब्रांड्स पर कमेंट करने से इनकार कर दिया है। लेकिन पिछले बयानों में, कंपनी ने कहा कि उसने फेक प्रोडक्ट्स की बिक्री पर बैन लगा दिया है और इसे कड़ाई के साथ पालन कराया जा रहा है। एनालिस्ट का कहना है कि वैक्सीनेशन रेट भले बढ़ रहा है लेकिन मास्क अभी भी मायने रखता है। अमेरिका में जैसे देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ओमाइक्रोन का नया वैरिएंट ने इसके डर को और बढ़ा दिया है। कोलोराडो, न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया मास्क लगाने पर जोर देर रहे हैं।
असली N-95 की पहचान कैसे करें?
द नेशनल पर्सनल प्रोटेक्टिव टेक्नोलॉजी लैबोरेटरी (NPPTL) की गाइलाइन के मुताबिक असली N-95 में
- सबसे पहले तो मास्क में ईयर लूप की बजाय हेडबैंड वाले मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
- जिस मास्क में NIOSH लिखा हो उसी मास्क को खरीदना चाहिए।
- मास्क में “NIOSH” की गलत स्पेलिंग लिखी हो तो उसे नहीं खरीदें।
- NIOSH में रंग बिरंगे फेसपीस या हेडबैंड का इस्तेमाल नहीं होता है।