सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले के संबंध में एसपी को किया अरैस्ट

बेंगलुरु: कर्नाटक में पुलिस सब-इंस्पेक्टर (पीएसआई) भर्ती घोटाले के संबंध में, जिसकी अब आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) द्वारा जांच की जा रही है, एक पुलिस उपाधीक्षक (एसपी) को अरैस्ट किया गया है.
सीआईडी सूत्रों के मुताबिक डिप्टी एसपी शांताकुमार की गिरफ्तारी के साथ, पुलिस विभाग के भर्ती प्रभाग में गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. सूत्रों के अनुसार, विभाग अब शांताकुमार की जानकारी के आधार पर एडीजीपी रैंक के ऑफिसरों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इससे घोटाले में फंसे शीर्ष अधिकारियों, नौकरशाहों और राजनेताओं की जांच की जा रही है.
धोखाधड़ी के खुलासे के बाद, उम्मीदवारों और मध्यस्थों को अरैस्ट कर लिया गया था, और भर्ती प्रभाग की किरदार का खुलासा किया गया था.
एडीजीपी (भर्ती) अमृत पॉल और डीवाईएसपी शांताकुमार का गवर्नमेंट ने ट्रान्सफर कर दिया है. इस मुद्दे में डीवाईएसपी शांताकुमार की किरदार का खुलासा चारों आरोपी ऑफिसरों ने किया है. सीआईडी उसके विरूद्ध सबूतों की तलाश में थी.
जांच के मुताबिक शांताकुमार ने 13 वर्ष तक भर्ती प्रभाग में काम किया. खातों के अनुसार, उसने वरिष्ठ कमांडरों की सहायता से डिवीजन को भी अपनी चपेट में ले लिया था. शांताकुमार पर जरूरी आरोप हैं कि उन्होंने एसआई पदों के लिए आशावादी व्यक्तियों से संपर्क करने के लिए बिचौलियों का इस्तेमाल किया. खातों के अनुसार, उन्होंने उनसे लाखों रुपये कमाए और इसे उच्च ऑफिसरों के साथ साझा किया.